मराठी व्याकरण समानार्थी शब्द

मराठी व्याकरण समानार्थी शब्द Marathi vyakran

मराठी व्याकरण समानार्थी शब्द

Marathi vyakran मराठी व्याकरण म्हणजे मराठी भाषेचे स्पष्टीकरण करणारे शास्त्र होय. वि + आ + (कृ(->करण) = व्याकरण. व्याकरण भाषेचा मागोवा घेते. संपूर्ण मराठी व्याकरण समानार्थी शब्द Synonyms

Marathi vyakran
समानार्थी शब्द Marathi vyakran

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समानार्थी शब्द

एकता – ऐक्य, एकी, एकजूट, एकमेळ

ऐश्वर्य – सता, संपत्ती, वैभव, सामर्थ्य

ओज – तेज, पाणी, बळ

ओढ – कल, ताण, आकर्षण

ओवळा – अपवित्र, अमंगल, अशुद्ध

ओळख – माहिती, जामीन, परिचय

कच्छ – कासव, कूर्म, कमट, कच्छप

कळकळ – चिंता, काळजी, फिकीर,
आस्था
श्रीकृष्ण – वासुदेव, कन्हैया, केशव,
माधव

कपाळ – ललाट, भाल, निढळ

कमळ – पदम, अंबुज, पंकज, सरोज, नीरज

कृपण – चिकू, कंजूष, खंक, हिमटा, अनुदार

काक – कावळा, वायस, एकाक्ष

किरण – रश्मी, कर, अंशू

काळोख – तिमिर, अंधार, तम

कलंक – बट्टा, दोष, डाग, काळिमा

करुणा – दया, माया, कणव, कृपा कसब – कौशल्य, प्राविण्य, नैपुण्य, खुबी

कर्तबगार – कार्यक्षम, दक्ष, कुशल, निपुण

कुरूप – विद्रूप, बेढब, विरूप

मराठी व्याकरण समानार्थी शब्द

कोमल – मृदु, हळवा, मऊ, नाजुक

खग – शकुंत, पक्षी, व्दिज, अंडज,
पाखरू

खजिना – द्रव्य, कोष, भांडार, तिजोरी

खच – गर्दी, दाटी, रास खट्याळ – खोडकर, व्दाड,

चव = रुची, गोडी
चरण = पाय, पाऊल
चरितार्थ = उदरनिर्वाह
चक्र = चाक
चऱ्हाट = दोरखंड
चाक = चक्र
चंद्र = शशी, रजनीनाथ, इंदू
चिंता = काळजी
चिडीचूप = शांत
चिमुरडी = लहान
चूक = दोष
चेहरा = मुख
चौकशी = विचारपूस
छंद = नाद, आवड
छान = सुरेख, सुंदर
छिद्र = भोक
जग = दुनिया, विश्व
जत्रा = मेळा
जन = लोक, जनता
जमीन = भूमी, धरती, भुई
जंगल = रान
जीव = प्राण
जीवन = आयुष्य, हयात
जुलूम = अत्याचार, छळ, बळजोरी, अन्याय
झाड = वृक्ष, तरू
झोपडी = कुटीर, खोप
झोप = निद्रा
झोका = झुला
झेंडा = ध्वज, निशाण
ठग = चोर
ठिकाण = स्थान
डोके = मस्तक, शीर्ष, शीर
डोळा = नेत्र, नयन, लोचन
डोंगर = पर्वत, गिरी
ढग = मेघ, जलद, पयोधर, अभ्र
ॠण = कर्ज
तक्रार = गाऱ्हाणे
तळे = तलाव, सरोवर, तडाग
त्वचा = कातडी
तारण = रक्षण
ताल = ठेका
तुरंग = कैदखाना, बंदिवास
तुलना = साम्य
थट्टा = मस्करी, चेष्टा
थवा = समूह
थोबाड = गालपट
दगड = पाषाण, खडक
दरवाजा = दार, कवाड
दाम = पैसा
दृश्य = देखावा
दृढता = मजबुती
दिवस = दिन, वार, वासर
दिवा = दीप, दीपक
दूध = दुग्ध, पय
द्वेष = मत्सर, हेवा
देव = ईश्वर, विधाता
देश = राष्ट्र
देखावा = दृश्य
दार = दरवाजा
दारिद्र्य = गरिबी
दौलत = संपत्ती, धन
धरती = भूमी, धरणी
ध्वनी = आवाज, रव
नदी = सरिता
नजर = दृष्टी
नक्कल = प्रतिकृती
नमस्कार = वंदन, नमन
नातेवाईक = नातलग
नाच = नृत्य
निश्चय = निर्धार
निर्धार = निश्चय
निर्मळ = स्वच्छ
नियम = पद्धत
निष्ठा = श्रद्धा
नृत्य = नाच
नोकर = सेवक

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